इंदौर। मध्यप्रदेश की महिलाओं ने पुरुषों के प्रभुत्व वाले पावर लिफ्टिंग के खेल में दबदबा साबित करते हुए कोझीकोड (केरल) में आयोजित राष्ट्रीय मास्टर्स चैंपियनशिप में सर्वाधिक पदकों के साथ ओवरआॅल चैंपियनशिप जीती है। 52 साल की सीमा वर्मा ने स्ट्रांग वुमन आॅफ इंडिया का खिताब जीता। स्पर्धा में मप्र ने कुल 11 पदक हासिल किए। 42 वर्षीय इंदौर की शांतुना शर्मा ने मास्टर्स-1 वर्ग में कुल 220 किग्रा वजन उठाकर दूसरा स्थान प्राप्त किया।देशभर के खिलाड़ियों ने चैंपियनशिप में चुनौती पेश की। इसमें 40 से अधिक उम्र के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था, लेकिन इन्होंने अपनी ताकत से युवाओं को भी दांतों तले अंगुलियां दबाने को मजबूर कर दिया।
भोपाल की सीमा ने करीब 275 किग्रा (स्कॉट में 100 किग्रा, बेंच प्रेस में 65 किग्रा और डेड लिफ्ट में 110 किग्रा) वजन उठाकर मास्टर्स-2 वर्ग में स्ट्रांग वुमन आॅफ इंडिया का खिताब जीता। सीमा ने कहा- मैंने अप्रैल में ही यह खेल शुरू किया, हालांकि जिम लंबे समय से जाती हूं। महिला फिजिक स्पर्धा में हिस्सा ले चुकी हूं। पहली बार राष्ट्रीय स्पर्धा में हिस्सा लिया था। यहां देखा जाता है कि खिलाड़ी ने अपने वजन का कितना ज्यादा भार उठाया है। इस आधार पर मुझे स्ट्रांग वुमन का खिताब मिला। अब मैं मंगोलिया में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए पदक जीतना चाहती हूं।
42 वर्षीय इंदौर की शांतुना शर्मा ने मास्टर्स-1 वर्ग में कुल 220 किग्रा वजन उठाकर दूसरा स्थान प्राप्त किया। उन्होंने स्कॉट में 85 किग्रा, बेंच प्रेस में 45 किग्रा और डेड लिफ्ट में 90 किग्रा वजन उठाया। इंदौर से पदक प्राप्त करने वाली एकमात्र महिला रहीं। इनका भी मंगोलिया में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए चयन हुआ है। शांतुना के मुताबिक उन्हें देखकर उनकी बेटी भी इस खेल में आई और इसी माह मप्र में दूसरा स्थान प्राप्त किया। अब उदयपुर में होने वाली राष्ट्रीय क्लासिक चैंपियनशिप में हम मां-बेटी साथ में चुनौती पेश करेंगे। इस खेल में आगे बढ़ने के लिए हमें दिनेश पालीवाल, एसआर ठाकुर ने प्रोत्साहित किया।