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शिक्षा के साथ चरित्र निर्माण भी शिक्षक की जिम्मेदारी : प्रशांत कुमार

Aug 5, 2019

भिलाई। डीएवी पब्लिक स्कूल छत्तीसगढ़ जोन-अ के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी प्रशांत कुमार ने आज कहा कि शिक्षक मात्र विद्यार्थियों के अंकों के उन्नयन नहीं बल्कि चरित्र निर्माण के लिए भी उत्तरदाई है। वे डीएवी इस्पात पब्लिक स्कूल सेक्टर-2 को सीबीएसई मान्यता प्राप्त होने पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे। डीएवी इस्पात पब्लिक स्कूल को हाल ही में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हुई है। अब यह विद्यालय पूरी ऊर्जा के साथ राष्ट्रीय स्तर पर शैक्षिक तथा अन्य चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए तत्पर है।भिलाई। डीएवी पब्लिक स्कूल छत्तीसगढ़ जोन-अ के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी प्रशांत कुमार ने आज कहा कि शिक्षक मात्र विद्यार्थियों के अंकों के उन्नयन नहीं बल्कि चरित्र निर्माण के लिए भी उत्तरदाई है। वे डीएवी इस्पात पब्लिक स्कूल सेक्टर-2 को सीबीएसई मान्यता प्राप्त होने पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे। डीएवी इस्पात पब्लिक स्कूल को हाल ही में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हुई है। अब यह विद्यालय पूरी ऊर्जा के साथ राष्ट्रीय स्तर पर शैक्षिक तथा अन्य चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए तत्पर है। DAV-Ispat-Public-School भिलाई। डीएवी पब्लिक स्कूल छत्तीसगढ़ जोन-अ के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी प्रशांत कुमार ने आज कहा कि शिक्षक मात्र विद्यार्थियों के अंकों के उन्नयन नहीं बल्कि चरित्र निर्माण के लिए भी उत्तरदाई है। वे डीएवी इस्पात पब्लिक स्कूल सेक्टर-2 को सीबीएसई मान्यता प्राप्त होने पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे। डीएवी इस्पात पब्लिक स्कूल को हाल ही में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हुई है। अब यह विद्यालय पूरी ऊर्जा के साथ राष्ट्रीय स्तर पर शैक्षिक तथा अन्य चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए तत्पर है।शिक्षक प्रभारी श्रीमती योगिता शर्मा ने स्वागत भाषण किया। उन्होंने प्रशांत कुमार तथा एलएमसी, जीएम प्रोजेक्ट कोक एंड मिल्स बीके डे का पौधों द्वारा स्वागत किया। इस अवसर पर बच्चों ने स्वागत गान प्रस्तुत किया जिसे जिसे संगीत शिक्षक पलाश आचार्य ने तैयार करवाया था। इसके साथ ही कुमारी कुसुम तथा श्रीमती निशा द्वारा तैयार किया गया, नृत्य कक्षा 1 तथा 2 के नन्हे कलाकारों ने प्रस्तुत किया। वार्षिक पत्रिका ‘रेवरबरेशन’ का अनावरण अतिथियों द्वारा किया गया तथा छात्र-छात्राओं का गत वर्ष की शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
अतिथियों ने अपने संबोधन में कहा कि छात्रों के सर्वागीण विकास के लिए विद्यालय उत्तरदाई है। शिक्षक छात्रों को न केवल शैक्षिक उपलब्धियों के लिए प्रोत्साहित करें, बल्कि उनके चरित्र निर्माण में भी सहायक बने। छात्रों में समाज के प्रति जागरूकता भी अत्यंत आवश्यक है। भाषा पर अधिकार सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम का अंत मोहक एवं रोमांचक योग मुद्राओं तथा आसनों के द्वारा किया गया। इन मुद्राओं को देख कर सारा प्रांगण तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। योग मुद्राओं को विद्यालय के पी ई टी श्री राजेश कुमार ने तैयार करवाया था। कार्यक्रम का संचालन धन्यवाद उद्बोधन श्रीमती वशवती बोस ने किया ।

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