खपरी। देव संस्कृति कालेज ऑफ़ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी में बौद्धिक सम्पदा विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। सीकॉस्ट (छत्तीसगढ़ काउंसिल ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी) के युवा वैज्ञानिक डॉ अमित दुबे कार्यशाला के मुख्य वक्ता थे। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच ने उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता की। डॉ दुबे ने बताया कि बौद्धिक संपदा अधिकार की उपज है। अधिकार के विभिन्न आयामों को उन्होंने पीपीटी के माध्यम से समझाया। उन्होंने कहा कि विदेशों में भारत से ज्यादा पेटेंट हैं। चीन में डेढ़ लाख लोग प्रतिवर्ष पेटेंट कराते हैं जबकि भारत में यह संख्या केवल 40 हजार है। उन्होंने नए शोध को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने बताया कि रायपुर के अभिषेक साहू ने साइकल के ब्रेक रबर के लिए पेटेंट कराया है। इसी तरह जो अन्वेषण हो रहे हैं उनका पेटेंट कराना चाहिए। इसकी सुविधा चारों महानगरों में है तथा नागपुर में क्षेत्रीय अन्वेषण केन्द्र की स्थापना की गई है। लोगों में जागरूकता आने से इसकी रायल्टी एवं अन्य सुविधाओं तक उनकी पहुंच बन जाती है।
कार्यक्रम का संचालन वर्षा शर्मा ने किया। आभार प्रदर्शन प्राचार्य डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच ने किया।