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साईंस कालेज की आईक्यूएसी द्वारा क्राइटेरिया द्वितीय पर नैक वेबीनार का आयोजन

Sep 1, 2020

NAAC-II Webinar at Science Collegeदुर्ग। उच्चशिक्षा विभाग राज्य गुणवत्ता प्रकोष्ठ के निर्देश पर दुर्ग संभाग के महाविद्यालयों में नैक मूल्यांकन कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही प्रारंभ कर दी गयी है। नैक मूल्यांकित महाविद्यालयों को मेंटर एवं मूल्यांकन कराने वाले महाविद्यालयों को मेंटी के रूप में चिन्हित किया गया है। इस श्रृंखला में दुर्ग संभाग के नोडल महाविद्यालय शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग में आईक्यूएसी के द्वारा दिनांक 29.08.2020 को 12.30 बजे दुर्ग संभाग स्तरीय वेबीनार का आयोजन महाविद्यालय के आईक्यूएसी तथा परामर्श योजना यूजीसी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस वेबीनार में सभी महाविद्यालयों को नैक के मानदण्डों पर खरा उतरने हेतु आवश्यक तैयारियों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी।

कार्यक्रम के प्रारंभ में उद्घाटन वक्तव्य डॉ आर.एन. सिंह, प्राचार्य, शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वषासी महाविद्यालय दुर्ग द्वारा दिया गया। डॉ सिंह ने अपने उद्बोधन में तथा नैक के द्वितीय क्राइटेरिया की महत्ता को समझाते हुए अधिकतम अंक कैसे प्राप्त किया जाये इसका उल्लेख किया।

इसके पश्चात् डॉ जी.ए. घनश्याम विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी, राज्य गुणवत्ता प्रकोष्ठ, रायपुर ने नैक के क्राइटेरिया 2 ओवर रिव्यू पर प्रकाश डालते हुए सटीक जानकारी दी। साथ ही साथ इस क्राईटेरिया में अधिकतम अंक कैसे प्राप्त करें इस विषय पर प्रकाश डाला। डॉ अनुपमा अस्थाना यूजीसी संयोजक ने डॉ आर. खुर्शीद बेगम का संक्षिप्त परिचय दिया। इसके बाद डॉ आर. खुर्शीद बेगम, डीन आईक्यूएसी, सहायक प्राध्यापक, अंग्रेजी सेंट जोसेफ स्वशासी महाविद्यालय, तिरूचिरापल्ली ने नैक के क्राइटेरिया 2 – टीचिंग लर्निंग और एवेल्युयेशन पर बिंदुवार विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की एवं समझाया कि टेम्पलेट्स को किस प्रकार भरा जाये। उन्होंने क्राइटेरिया 2 के सभी की इन्डीकेटर को सरल तरीके से समझाया।

वेबीनार के प्रश्नोत्तर काल में प्रतिभागियों की समस्या का समाधान डॉ जी.ए. घनश्याम तथा प्राचार्य डॉ आर.एन. सिंह द्वारा किया गया। डॉ जगजीत कौर सलूजा, नैक संयोजक ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ एस.डी. देषमुख द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में दुर्ग संभाग के 18 महाविद्यालयों के प्राचार्य, उनके आईक्यूएसी कोआर्डिनेटर, आईक्यूएसी सदस्य तथा नैक कोऑर्डिनेटर एवं मेंटर महाविद्यालय सहित कुल 85 प्रतिभागी उपस्थित थे। आनलाईन कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त विभागाध्यक्ष, आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ पद्मावती एवं अन्य सदस्य डॉ एच.पी. सिंह सलूजा, डॉ जे.पी. साव, डॉ ज्योति धारकर, डॉ संजू सिन्हा, सीतेश्वरी चन्द्राकर, डॉ सतीष कुमार सेन, डॉ अभिषेक मिश्रा तथा डॉ दिलीप कुमार साहू, उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ विकास स्वर्णकार का विशेष योगदान रहा।

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