भिलाई. स्कंदआश्रम में स्कन्दषष्ठी रजत जयंती समारोह के दूसरे दिन कि शुरूवात गौ पूजन से हुई. तत्पश्चात श्री महागणपति, श्री हरिद्रा गणपती होम हुआ. इससे कार्यक्षेत्र के विघ्न हट जाते हैं और व्यापार की संभावनावों में वृद्धि के साथ सौभाग्य की प्राप्ति होती है. तत्पश्चात नवग्रहदोष निवृति, मन की शांति अंतरदशा मुक्ति, ऋण विमोचन तथा कारावास में राहत के लिए हवन किया गया. दोपहर में अपमृत्यु दोष निवृति तथा सभी पुरानी बीमारियों से राहत और मृत्युभय निवृति हेतु हवन सम्पन्न हुआ.
सांध्यकालीन समारोह की शुरुवात मान्यूसुकतम हवन से हुआ, जो शत्रुभय जलोधर से मुक्ति हेतु सम्पन्न हुआ. शाम 07:30 बजे दृष्टिअपचार दोष निवृति, बुराई नकरातमक विनाशकरी अंधेरों बलो और भय से निवारनार्थ सर्वेश्वर हवन सम्पन्न हुआ. रात्री 08:30 बजे पिशाच बाधा निवारण, दुष्ट गृह दोष निवारण तथा अवसाद से विमोचन हेतु अघोरारुद्र हवन हुआ. रात्री 09:30 दीप आराधना एवं प्रसाद वितरण हुआ,
28.10.2022 प्रातः 07:00 बजे लक्ष्मीगणपती हवन हुआ जो धनप्राप्ति उच्च वित्तीय स्थिति सदभाव और परिवारिक मामलों में सफलता सभी बाधाओ को दूर करने हेतु दशा समस्याओ के लिए शक्तिशाली उपाय है. प्रातः 08:30 बजे श्रीसूक्ता हवन हुआ जो धनधान्य वृद्धि के साथ ही परिवार में संकट को दूर करने एवं शांति बहाल करने तथा शौभाग्य लाने और वित्तीय बाधाओं को दूर करने में सहयोगी है. प्रातः 10:00 बजे शौभाग्य महालक्ष्मी हवन हुआ जो सुहागन के दीर्घआयु लक्ष्मी कटाक्षम तथा परिवार में समृद्धि और शांति हेतु किया गया. दोपहर 12:15 को श्री विध्या हवन हुआ जो एश्वर्य प्राप्ति कार्यभार प्रयास में त्वरित परिणाम देता है. दोपहर 1:15 बजे भक्तजनों ने दीप आराधना के पश्चात प्रसाद ग्रहण किया. शाम 05:00 श्री नवचंडी परायणम हुआ. शाम 07:00 बजे चंडी हवन तथा रात्री 10:00 बजे दीप आराधना के पश्चात प्रसाद वितरण होगा.