तुलसी साहित्य श्रेष्ठ नागरिक बनाने में समर्थ – शिवनाथ
भिलाई। सामाजिक एवं मानवीय मूल्यों के रचनाकार विश्वकवि गोस्वामी तुलसीदास एवं व्यंग्य साहित्य के पुरोधा हरिशंकर परसाई की कालजयी रचनायें आज भी हमारा मार्गदर्शन करती हैं। उनका शाश्वत साहित्य आने…
सुदीप्ता पाटिल को नेशनल बालश्री अवार्ड
भिलाई. ऑल इंडिया ड्रामा, डांस व म्यूजिक कंपीटिशन कटक उड़ीसा में हुए शुक्रवार को कथक डांस में बीएसपी इंग्लिश मीडियम स्कूल रूआबांधा की कक्षा पांचवीं की छात्रा सुदीप्ता पाटिल ने…
नवलदास को छत्तीसगढ़ के धरोहर सम्मान
भिलाई। क्षत्रिय साहू मित्र सभा कैम्प-1 भिलाई के द्वारा कर्मा भवन कैम्प-1 भिलाई में 3 अप्रैल 2015 को एक अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में क्षेत्रिय साहू मित्र…
मोऊ ने देखा दुनिया को जोड़ने का ख्वाब
भिलाई। संगीत के प्रत्येक पहलू से अथाह प्रेम करने वाली मोऊ मुखर्जी ने संगीत से दुनिया को एक सूत्र में पिरोने का ख्वाब देखा है। तीन वर्ष की उम्र से…
बासंती में है कमाल का हुनर
धानबाद। बासंती का जब जन्म हुआ तो परिवार सदमे में आ गया था। रिश्तेदार और पड़ोसी बच्ची को मार देने की सलाह दे रहे थे। उसकी बाहें अविकसित थीं। पर…
अमेरिका में छा गया भिलाई का लाल
भिलाई। संगीत के क्षेत्र में भिलाई के अजय सत्संगी ने अमेरिका में अपनी धाक जमा दी है। हाल ही में उन्हें अमेरिकी चैनल सीबीएस के अंडरकवर बॉस शृंखला में पेश…
साइंस कालेज में ‘सदगति‘ की स्क्रीनिंग
दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातोत्तर स्वशासी महाविद्यालय की फिल्म सोसायटी छायापट द्वारा हिन्दी फिल्म ‘सदगति‘ का प्रदर्शन किया गया। विश्वविख्यात फिल्म निर्देशक सत्यजित राय की यह फिल्म प्रेमचंद की…
दिल में उतर गए शहंशाह संन्यासी
भिलाई। अद्वितीय, अद्भुत, अनुपम और प्रभावशाली। छत्तीसगढ़ी, हिन्दी और बांग्ला भाषा का अपूर्व मिश्रण। नाटक और नृत्य का सुन्दर मेल। दो दृश्यों के बीच नृत्य करते स्त्री-पुरुषों की टोली की…
अशमिका की एकल चित्र प्रदर्शनी कल से
भिलाई। बिलासपुर की युवा चित्रकार अशमिका सिहरे राय की एकल चित्रकला प्रदर्शनी 20 से 22 फरवरी तक नेहरू आर्ट गैलरी में लगाई जा रही है। इंदिरा संगीत कला विश्वविद्यालय खैरागढ़…
स्वयंसिद्ध है शास्त्रीय संगीत
भिलाई। पार्थसारथी अपने नाम के अनुरूप ही संगीत की साधना करते हैं। वे मूक वाद्य यंत्र तबला के साधक हैं और संगत में ही खुश हैं। वे कहते हैं कि…
मजदूरों ने दिया लहू, रोटी का सहारा दे दो
भिलाई। एक लंबे अरसे के बाद एक युवा कवि जब मंच से मजदूरों की बात करता है, तो ऐसा यकीन हो चलता है कि उम्मीद अभी खत्म नहीं हुई, उम्मीद…
प्रेक्षकों को बेचैन कर गई एंटीगोनी
रायपुर। अपने भाई के शव को ससम्मान दफ्न कराने के लिए किस तरह एक बहन अपने पिता से उलझ जाती है, उसका सजीव चित्रण यहां मंच पर किया गया। बहन…