भिलाई। संतोष रूंगटा समूह के रूंगटा कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालॉजी (आरसीइटी) ने टीम-एक्सेला नाम से कॉलेज के आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल तथा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के 18 सदस्यीय स्टूडेंट्स के दल ने अपने पहले ही प्रयास में चिटकारा यूनिवर्सिटी, पंजाब में आयोजित महिन्द्रा बाजा एसएइ-इंडिया 2019 प्रतियोगिता के फायनज राउण्ड के लिये क्वालिफाइ कर लिया है। प्रतियोगिता के पहले राउण्ड में स्टूडेंट्स द्वारा डिजाइन किये गये आॅल टेरेन व्हीकल के डिजाइन को बेहतरीन प्रेजेण्टेशन तथा डिजाइनिंग के लिये बोनस पॉइंट मिले। प्रतियोगिता के फायनल राउण्ड के दौरान इस व्हीकल को बनाकर इसका चलित अवस्था में प्रस्तुतीकरण होगा। टीम के सदस्य प्रांजल गौतम ने बताया कि महिन्द्रा एसएइ बाजा प्रातियोगिता में वर्चुअल राउण्ड में सफलता प्राप्त करना आसान नहीं था। टीम वर्क तथा मैनेजमेंट से प्राप्त टेक्निकल सपोर्ट तथा प्रोत्साहन की वजह से ही यह संभव हो पाया। प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों के चुनिंदा नामी कॉलेजों ने हिस्सा लिया। गौरतलब है कि इससे पूर्व इस प्रतियोगिता में शामिल होने से पहले टीम एक्सेला ने नेशनल सोलर व्हीकल चैलेंज स्पर्धा में भी भाग लेकर प्रशंसा पाई थी।
संतोष रूंगटा समूह के डायरेक्टर टेक्निकल डॉ. सौरभ रूंगटा ने बताया कि आॅटोमोबाइल के क्षेत्र में निरंतर हो रहे अभिनव प्रयोगों तथा तकनीकी परिवर्तनों से अवगत कराने सोसायटी आॅफ आॅटोमोटिव इंजीनियर्स (एसएइ) के तहत कॉलेज स्तर पर स्थापित आॅटोमोबाइल, मैकेनिकल तथा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स का यह क्लब बहुत ही कम समय में अपनी सक्रियता से सफलता के नये आयाम स्थापित कर रहा है।
बाजा-एसएइ इंडिया इवेंट इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के लिये प्रतिभा साबित करने का एक बेहतरीन मंच होता है जिसमें विभिन्न स्पर्धाओं के अंतर्गत स्टूडेंट्स की टीमों को सिंगल सीटर एटीवी (आॅल-टेरेन व्हीकल) की डिजाइनिंग, फैब्रिकेटिंग, टेस्टिंग तथा रेसिंग का अवसर मिलता है।
रूंगटा कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालॉजी के स्टूडेंट्स द्वारा रूंगटा समूह मैनेजमेंट के प्रोत्साहनस्वरूप संयोजित तथा स्थापित टीम एक्सेला अपनी स्थापना से ही आॅटोमोबाइल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विभिन्न वकर्शाॅप, सेमीनार तथा गेस्ट लेक्चर्स के माध्यम से अपनी अत्यंत ही सक्रिय भागीदारी दे रही है। टीम एक्सेला के स्टूडेंट पदाधिकारी नरेश चन्द्र साहू, हिमांशु अग्रवाल, अनिमेश शर्मा तथा अन्य सदस्यों की सक्रिय भागीदारी के साथ-साथ इन्हें कॉलेज के फैकल्टी एडवाइजर तथा आरसीइटी के मैकेनिकल डिपार्टमेंट के हेड प्रो. बी.एल. महाराणा, फैकल्टी किंशुक मैत्रा आदि का निरंतर मार्गदर्शन तथा सपोर्ट मिलता रहता है।