भिलाई। (आरती गुप्ता)। बारहवीं के बाद अधिकांश विद्यार्थी विषय के चयन को लेकर अनिर्णय की स्थिति में रहते हैं। कई विद्यार्थी दूसरों की सलाह पर अपना विषय तय करते हैं जो उचित नहीं है। इससे करियर में परेशानी आती है। कौन सा विषय लेना बेहतर होगा इसका फैसला विद्यार्थी को खुद करना चाहिए। विषय चयन करने का सबसे बेहतर तरीका है बारहवीं में जिस विषय में सबसे अच्छे नंबर मिले हैं विद्यार्थी उसी विषय को करियर के रूप में लें। आज कौशल विकास का दौर चल रहा है। जॉब ओरिएंटेड कोर्स डेवलप किये जा रहे हैं। जॉब या बिजनेस ओरिऐंटेड कोर्स करने के बाद युवा सिर्फ खुद रोजगार नहीं करता, बल्कि वह रोजगार सृजन करने वाला बन जाता है। बैचलर आॅफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेषन (बीबीए) तीन वर्षीय (स्नातक) जॉब ओरिऐंटेड कोर्स है। कोर्स करने के बाद विद्यार्थी अपना भविष्य बिजनेस सेक्टर में बना सकते हैं। कॉमर्स, मैथ्स, साइंस, आर्टस, में 45 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण विद्यार्थी बीबीए में एडमिशन ले सकते है। बीबीए उम्मीदवार जिन पदों पर जा सकते है उनमें कॉस्ट एस्टीमेटर, लॉस प्रिवेंशन मैनेजर, सेल्स मैनेजर, सिक्योरिटी आॅफिसर, आॅपरेशन्स मैनेजर और सप्लाई चेन मैनेजर प्रमुख है।
फाइनेंस, आर्थिक, प्रबंध विज्ञान, अंतर्राष्ट्रीय प्रबंध, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, मार्केटिंग, पब्लिक रिलेशंस, एडवरटाइजिंग, ह्यूमन रिसोर्स, लाजिस्टिक प्रशासन, हॉस्पिटेलिटी, टूरिज्म, होटल मैनेजमेंट, इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी, पत्रकारिता, कम्यूनिकेशन, स्पोर्ट्स में अपना करियर बना सकते हैं। आप बीबीए के बाद आगे पढ़ाई कर सकते हैं जो आपकी डिग्री को और उपयोगी बना देगी। आगे की पढ़ाई के लिये आप एमबीए सीए, सीएस, पीएससी जैसे कोर्सेस को कर सकते हैं।
भारतीय चार्टेड अकाउंटेंसी की मांग कनाडा ब्रिटेन, आॅस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देशों में है। अंतर्राष्ट्रीय अवसरों के कारण भारत में सी.ए. और सी.एस. जैसे कोर्सेस को लेकर जागरूकता बढ़ी है। कंपनीज जिनका पेडअप शेयर कैपिटल 10 लाख से 2 करोड़ के बीच हो उन्हे एक कंपनी सेक्रेटरी नियुक्त करना जरूरी है। बैंकिंग के प्रोफेशन में करियर बनाना चाहते हैं तो बैंकिंग की दृष्टि से आपके लिये बी.कॉम के साथ-साथ बीबीए कोर्स भी उपयोगी है।
(लेखक श्री स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में प्रबंधन विभाग की विभागाध्यक्ष हैं)