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भूगर्भशास्त्र में रोजगार की अपार संभावना : साइंस कालेज में डॉ शांडिल्य का व्याख्यान

Sep 7, 2018

Geologist Dr Shandilyaदुर्ग। भूगर्भशास्त्र के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनायें है। विद्यार्थियों को ईमानदारी से अध्ययन कर भूगर्भशास्त्र से संबंधित विभिन्न संस्थानों में रोजगार हेतु प्रयत्न करना चाहिए। ये उद्गार डॉ. हरि सिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय सागर के भूगर्भशास्त्र के प्रोफेसर अरूण कुमार शांडिल्य ने आज शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में भूगर्भशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित आमंत्रित व्याख्यान में वयक्त किए। science college durgभूगर्भशास्त्र और रोजगार की संभावनाओं पर आधारित इस व्याख्यान में डॉ. शांडिल्य ने कहा कि भूगर्भशास्त्र के अध्ययन के दौरान विद्यार्थी पृथ्वी की आंतरिक एवं बाह्य संरचनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त करता है। साथ ही साथ पृथ्वी में पाये जाने वाले विभिन्न प्रकार के खनिज, चट्टानें, जीवाष्म आदि की जानकारी भी इसमें समाहित होती है।
श्री शांडिल्य ने बताया कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण द्वारा प्रतिवर्ष भूवैज्ञानिकों के पद हेतु अखिल भारतीय स्तर पर विज्ञापन निकला जाता है तथा चयनित विद्यार्थी केन्द्र सरकार के प्रथम श्रेणी के अधिकारी होते हैं। इसके अतिरिक्त सेन्ट्रल गाउण्ड वाटर बोर्ड द्वारा भी प्रतिवर्ष हाइड्रोजियोलॉजिस्ट के पदों पर भर्ती की जाती है। कोल इंडिया, ओएनजीसी, एसईसीएल, आदि ऐसे संस्थान है जहां भूवैज्ञानिकों को पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। राज्य स्तर पर माइनिंग इंस्पेक्टर तथा खनिज अधिकारी एवं सहायक भौमिकी विद के पदों पर निरंतर भर्ती की जाती है।
आरंभ में भूगर्भशास्त्र के सहायक प्राध्यापक डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने प्रोफेसर शांडिल्य का परिचय देते हुए भूविज्ञान विषय में रोजगार की संभावना पर प्रकाश डाला। विभागाध्यक्ष डॉ. एस.डी. देशमुख ने बताया कि मध्य प्रदेश के सागर जिले के समीप विंध्य समूह की चट्टानों में पेट्रोलियम गैस की उपस्थिति संबंधी सबसे पहली जानकारी युक्त अध्ययन का श्रेय प्रोफेसर शांडिल्य को जाता है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस.के. राजपूत ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि वरिष्ठ एवं अनुभवी प्राध्यापकों के आमंत्रित व्याख्यान से विद्यार्थियों को नवीनतम ज्ञान के साथ-साथ विषय संबंधी विभिन्न पहलुओं की सकारात्मक जानकारी मिलती है। इस दौरान भूगर्भशास्त्र विभाग के विद्यार्थियों के साथ-साथ कोमल सिंह वर्मा, खुशबू यादव, मनदीप सिंह तथा दिनेश मिश्रा उपस्थित थे।

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