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स्वारूपानंद महाविद्यालय में संविधान दिवस पर विविध कार्यक्रम का आयोजन

Nov 27, 2019

भिलाई। विधि-न्याय संचार एवं इलक्ट्रानिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी भारत सरकार के निर्देशानुसार स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में संविधान दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना, शिक्षा विभाग एवं हैल्दी प्रेक्टीस सेल के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विद्यार्थियों को संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई गई जिसमें विद्यार्थियों ने देश की एकता व अखण्डता को अक्षुण रखने की शपथ ग्रहण की।भिलाई। विधि-न्याय संचार एवं इलक्ट्रानिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी भारत सरकार के निर्देशानुसार स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में संविधान दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना, शिक्षा विभाग एवं हैल्दी प्रेक्टीस सेल के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विद्यार्थियों को संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई गई जिसमें विद्यार्थियों ने देश की एकता व अखण्डता को अक्षुण रखने की शपथ ग्रहण की।इस अवसर पर हुडको क्षेत्र में एक रैली निकाली गई जिसमें बच्चों ने नारे लगाते हुए लोगों को संविधान की जानकारी प्रदान की। इन नारों में -ये शान है, ये मान है, वतन का, ये सम्मान है, चले वतन इसी से है, ये मेरा अभिमान है, ये मेरा संविधान है। शहीदों के लहू की स्याही से, ये संविधान बना है, हर दिन संभाल के रखो, मेरा देश महान बना है। दर्जनों भाषा, सैकड़ों विधि, हजारों विधान है, जो जोड़कर सबको साथ रखें वो संविधान है आदि नारे लगाए गए। यह रैली राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी स.प्रा. दीपक सिंह के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
इसी परिप्रेक्ष्य में महाविद्यालय में अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमे न्यायाधीष राहुल शर्मा उपस्थित हुए। उन्होंने विधि से संबंधित नियमों के बारे में जानकारी दी एवं विद्यार्थियों के अधिकारों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यदि आप कोई अपराध होते हुए देख रहे हैं लेकिन उसकी सूचना नहीं दे रहे है तो आप भी उसी श्रेणी में गिने जायेंगे। उन्होने बताया कि प्लास्टिक के सामानों का उपयोग करना भी एक अपराध है। विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न प्रश्न पूछे गये कि वकील काले और सफेद वस्त्र में क्यों रहते है जवाब में उन्होेने कहा कि काला वस्त्र बुराई का प्रतीक होता है और सफेद शुद्धता का। अत: बुराई में से अच्छाई को बाहर निकालना ही वकील का कार्य होता है।
प्रभारी डॉ. रचना पाण्डेय ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को विधि के प्रति जागरूक करना एवं उसके नियमों से परिचित होना है जिससे भविष्य में वे अपने अधिकारों का सही उपयोग कर सकें।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने अपने संदेश में कहा कि विधि की जानकारी सभी छात्रों को होनी चाहिए क्योकि वर्तमान समय में जब तक हमें विधि की जानकारी नहीं होगी हम सही निर्णय पर नही पहुच सकेंगे, सही और गलत का फैसला इसी से सम्भव हो पाता है।
शिक्षा विभाग द्वारा ‘क्या भारत के नागरिको द्वारा मौलिक कर्तव्यों का पालन ईमानदारी से किया जा रहा है’ विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें पक्ष में प्रथम स्थान दीपिका देवांगन बी.एड.- प्रथम सेमेस्टर व विपक्ष में प्रथम नीलम यादव बी.एड.- प्रथम सेमेस्टर थी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में स.प्रा. मंजूषा, नामदेव, डॉ. स्वाती पाण्डेय, डॉ. शमा ए. बेग, स.प्रा. पूजा सोढ़ा, स.प्रा. शैलजा पवार, ने विशेष योगदान दिया।

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