दुर्ग। शासकीय डॉ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग में तीन दिवसीय उद्यमिता जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका आयोजन महाविद्यालय के कौशल विकास केन्द्र द्वारा भारत शासन के विज्ञान एवं प्रौद्योगिक मंत्रालय एवं छत्तीसगढ़ इंडस्ट्रियल एवं टेक्नीकल कंसलटेन्सी सेंटर (सिटकॉन) रायपुर के सहयोग से किया गया। इस कार्यशाला में डॉ. अनिल कालेले द्वारा सम्प्रेषणकला एवं प्रबंधन पर छात्राओं को मार्गदर्शन दिया एवं सम्प्रेषण कला के विभिन्न आयामों से परिचित कराया। डॉ. कालेले ने बताया कि व्यवसाय में सम्प्रेषण कला सबसे ज्यादा प्रभावी होती है जिसके जरिये हम अपने व्यवसाय को उन्नति के शिखर पर ले जा सकते है। सिटकॉन रायपुर के प्रभारी अधिकारी सुप्रभात जी ने उद्यम चयन, सरकारी योजनाओं, स्टार्टअप, स्टैण्डअप इंडिया एवं परियोजना प्रतिवेदन, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम संबंधी जानकारी विस्तार से दी गई। कायर्शाला के दौरान प्रतिभागियों को चंदखुरी स्थित राइसमिल का भ्रमण भी करवाया गया तथा व्यवसाय प्रबंध एवं व्यवसाय विस्तार से परिचित कराया गया। इस अवसर पर संस्था प्रमुख डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी द्वारा कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वरोजगार की दिशा में लाभप्रद होते है। कायर्शाला के संयोजक डॉ. बबीता दुबे एवं उद्यमिता कार्यक्रम प्रभारी प्रतिभा गुप्ता ने विद्याथिर्यों को विभिन्न योजनाओं की रूपरेखा से अवगत कराया। कायर्शाला के समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को सिटकॉन के द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किये गये। सिटकॉन के अधिकारी सुप्रभातशील ने जानकारी दी कि अक्टूबर माह में एक माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम महाविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें उद्यमिता से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी जानकारी प्रदान करेगें।
कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन सुप्रभातशील ने किया। इस कार्यशाला में 70 छात्राओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।