भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में गणेश चतुर्थी एवं विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्नेह संपदा, भिलाई के दिव्यांग बच्चों एवं पवन द विड आफ चेंज फाऊडेशन गंजपारा दुर्ग के बच्चों को नारियल में मौली धागा से गणेश की आकृति उकेरेने का प्रशिक्षण दिया गया। स्नेह संपदा विद्यालय के शिक्षकों ने भी उक्त प्रशिक्षण प्राप्त किया, वहीं नयन दीप विद्यालय के छात्रों को संगीत का प्रशिक्षण दिया गया। संगीत प्रशिक्षक श्री अब्दुल आरिफ खान ने अपने निर्देशन में छात्रों को केसियों के माध्यम से गीत का प्रशिक्षण दिया और संगीत की बारीकियों से अवगत कराया। महाविद्यालय के सभागार में छात्रों ने संगीत का ऐसा समां बांधा कि पूरा सभागार तालियों की गड़गडाहट से गूंज उठा। महा. की छात्रा कु. पायल साहू ने भी गीत प्रस्तुत किया।
स्नेह संपदा विद्यालय के एक छात्र विनोद नायक का जन्म दिन था, केक काटकर उसका जन्मदिन मना कर उपहार एवं आर्शीवाद दिया गया। तत्पश्चात् महाविद्यालय की ओर से महाभोग का आयोजन किया गया, महाभोग सभी छात्रों एवं प्राध्यापकों ने ग्रहण किया। इस अवसर पर श्री गंगाजली शिक्षण समीति की अध्यक्ष श्रीमती जया मिश्रा उपस्थित रही, आपने भगवान श्री गणेश चतुर्थी एवं श्री विश्वकर्मा जी की पूजा अचर्ना कर आर्शीवाद प्राप्त किया। उक्त कार्यक्रम में सम्मलित सभी संस्थाओं को श्रीमती जया मिश्रा द्वारा सम्मानित राशि प्रदान की गयी। महाविद्यालय द्वारा आयोजित इस प्रकार के कार्यक्रम की सराहना की। महाविद्यालय के प्रेरणा शिक्षक संघ द्वारा दिव्यांग बालक देवांशु सोनी को ट्राइसाइकिल को भेंट किया गया।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉं रक्षा सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि महाविद्यालय में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन हमेशा किया जाता रहा है, हमारा प्रयास रहता है कि इन बच्चों के साथ अधिक से अधिक समय बिताते हुए उन्हें इस तरह से स्वावलंबी बनाने हेतु प्रशिक्षण दिया जावे जो उनके भविष्य के लिए उपयोगी साबित हो। महा. इस तरह का प्रयास कृत संकल्पों के साथ हमेशा जारी रखेगा।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. श्रद्धा मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में स्नेह संपदा, नयनदीप एवं पवन द विड आफ चेंज फाऊडेशन गंजपारा दुर्ग के छात्र एवं शिक्षक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। महाविद्यालय के विद्यार्थी गण एवं पूर्व छात्रसंघ के सदस्य गण, प्राध्यापकगण एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे।