भिलाई। स्पर्श मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पिटल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज ध्वाजारोहण पश्चात अपने जांबाज कोरोना वारियर्स का सम्मान किया। विपरीत परिस्थितियों में इस चुनौती को स्वीकार कर कोविड टीम ने 600 से अधिक मरीजों के जीवन की रक्षा की। रातों रात अस्पताल में इसकी व्यवस्था करना किसी सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी जैसा था। इस कार्य के लिए शासन की सराहना मिली। अस्पताल प्रबंधन ने इस अवसर पर दो नई एम्बुलेंस का लोकार्पण भी किया। अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ दीपक वर्मा ने कहा कि यह वर्ष कुछ अलग है, कुछ खास है। यह गणतंत्र दिवस भी खास है। यह एक ऐसे कठिन दौर के बाद आ रहा है जो हममें से शायद ही किसी ने पहले देखा होगा। इस कठिन दौर में हमारे पूरे स्टाफ ने पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ हमारा साथ दिया। हम एक साथ चले, एक साथ लड़े। इस एक साल में हमने इतना सीखा है कि अब आगे आने वाली किसी भी चुनौती के लिए हम तैयार हैं। इसमें गार्ड से लेकर पूरे अस्पताल स्टाफ और मेडिकल टीम का प्रयास सराहनीय रहा है।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ संजय गोयल ने कहा कि जब पूरे विश्व में कोरोना का हाहाकार मचा हुआ था तब भारत जैसे विकासशील देश ने एक नई राह दिखाई। जब अमेरिका, फ्रांस जैसे विकसित देशों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था तब हमारे पास केवल एक ही हथियार था कि हम अपनी इच्छा शक्ति को बनाए रखें। जब कोविड अस्पताल के लिए इस अस्पताल का नाम आया तो पहले थोड़ी दुविधा थी। पर फिर हमने सोचा कि जब हमने चिकित्सा के क्षेत्र को चुना है तो यही वक्त है कुछ कर जाने का, अन्यथा हम जीवन भर स्वयं को माफ नहीं कर पाएंगे। एक आरएमओ डॉ अर्चना का हमें सहयोग मिला। एक एक कर सभी चिकित्सकों की सहमति बनी। विशेषकर डॉ एपी सावंत ने अपनी उम्र की परवाह न करते हुए इस यज्ञ में आहुति देना स्वीकार कर लिया। हमने रातों रात कोविड के लिए अस्पताल को तैयार किया। कैजुअल्टी से लेकर आईसीयू तक की नई व्यवस्था बनाई। रातों रात कोविड पेशेंट्स को नई व्यवस्था के तहत शिफ्ट किया। ये ऐसे पेशेन्ट थे जिनके पास खड़े होने में भी डर लगता था। पूरे मिशन को जिस सफाई और सूक्ष्मता के साथ अंजाम दिया गया जो किसी सर्जिकल स्ट्राइक से कम नहीं था। इसका प्रतिसाद भी मिला। आज स्पर्श हॉस्पिटल एकमात्र ऐसा निजी अस्पताल है जिसे कोविड केयर जारी रखने के लिए मान्यता दी गई है।
अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ एपी सावंत ने कहा कि इस कठिन दौर में जब पूरा विश्व हाहाकार कर रहा था, लोग अपने घर वालों को भी संदेह की नजर से देख रहे थे, परिवार के लोग भी एक दूसरे से दूर-दूर थे, तब स्पर्श के इन जांबाज कोरोना वारियर्स ने कोरोना मरीजों का हाथ थामा। हम सैकड़ों जीवन बचाने में सफल रहे। डॉ दीपक वर्मा एवं डॉ संजय गोयल के नेतृत्व में हमने यह कर दिखाया। प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से सबने हमारे निर्णय का साथ दिया। उन्होंने विशेष रूप से उन लोगों का उल्लेख किया जो कोरोना वार्ड में अपनी सेवाएं दे रहे थे। इन बच्चों के साहस और निष्ठा को आने वाला समय याद रखेगा। शासन ने हमारे इन प्रयासों को सराहा और आज स्पर्श निजी क्षेत्र का एकमात्र ऐसा अस्पताल है जिसकी कोविड केयर प्रोवाइडर की मान्यता बरकरार रखी गई है।
सीए प्रदीप पाल, सीए अजय सोमानी ने स्पर्श टीम को बधाई देने के साथ ही सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। कोविड टीम के सभी सदस्यों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दो नई एम्बुलेन्स को स्पर्श के बेड़े में शामिल किया गया। उल्लेखनीय है कि अस्पताल को हाल ही में आयुष एवं ईएसआई के तहत गरीबों की चिकित्सा के लिए अनुबंधित किया गया है। कार्यक्रम के संचालन प्रबंधन की ओर से अखिल मडामे ने किया। इस अवसर पर डॉ आशीष जैन, डॉ नम्रता भुसारी, डॉ सुनील भुसारी, डॉ अनुप गुप्ता, डॉ संदीप थुटे, डॉ लिजो डैनियल, डॉ असलम खान, मुख्य प्रबंधक निखिलेश दावड़ा, महाप्रबंधक अखिल मडामे, गेथन जार्ज, आलोकेश चटर्जी सहित स्पर्श परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे।