भिलाई। पर्सनल केयर के इस दौर में जब हर कोई स्वयं को ज्यादा से ज्यादा स्मार्ट, सुन्दर दिखाना चाहता है तब बालों एवं त्वचा के साथ भी हम काफी कुछ करने लगते हैं। अधिक सुन्दर दिखने की चाह में बालों को रंगना भी इन्हीं में से एक है जिसमें युवक एवं युवतियां दोनों समान रूप से हिस्सा लेती हैं। पर कभी-कभी हेयर कलर हमें अनेक प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। आपका डर्मेटोलॉजिस्ट आपको इन दुश्वारियों से बचा सकता है।हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल की स्किन एवं कॉस्मेटोलॉजी विशेषज्ञ डॉ गरिमा बालपाण्डे ने बताया कि पहले लोग केवल खास अवसरों के लिए बालों को रंगा करते थे। इनमें भी बड़ी संख्या उनकी होती थी जिनके बाल सफेद हो चुके होते थे। पर अब यह फैशन बन चुका है। लोग कपड़ों-जूतों के साथ ही बालों में भी उसी कलर के स्ट्रीक्स डालते हैं। यहां तक कि आंखों की पुतलियों पर भी मैचिंग लेन्स चढ़ा लेते हैं। निश्चित तौर पर यह हमारे व्यक्तित्व को निखारता है किन्तु कभी-कभी यह परेशानी का कारण भी बन जाता है। कैसा हो यदि आप पार्टी में जाएं और एकाएक सिर में खुजली होने लगे?
अमोनिया और पीपीडी
हाल के वर्षों में हेयरडाई में उपस्थित अमोनिया को लेकर कुछ जागरूकता आई है। पर डाई में अमोनिया का नहीं होना मात्र ही उसे सुरक्षित नहीं बना देता। कलर को अधिक टिकाऊ बनाने के लिए पीपीडी का इस्तेमाल किया जाता है। पीपीडी के कारण आंखों और होठों पर सूजन, खुजली, त्वचा पर लाल चकत्ते, बालों में खुश्की, बालों का झड़ना तथा कांटेक्ट डर्मेटाइटिस हो सकता है। यदि आपकी त्वचा संवेदनशील है तो पीपीडी आपको काफी परेशान कर सकती है।
यदि आपको डाई लगाने के बाद ऊपर लिखी गई कोई भी समस्या होती है तो आपको तत्काल अपने डर्मेटोलॉजिस्ट से सम्पर्क करना चाहिए। वह आपकी त्वचा का विश्लेषण कर आपके लिए सर्वाधिक सुरक्षित हेयर कलर का सुझाव दे सकता है। इससे आप असमय बालों का झड़ना तथा उससे जुड़ी समस्याओं से सुरक्षित रह सकते हैं। याद रहे कि बेहतर दिखने की इच्छा कहीं परेशानी का सबब न बन जाए।
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