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केपीएस के प्रज्ञोत्सव-2019 में नृत्यांगनाओं ने पौराणिक कथाओं को मंच पर उतारा

Aug 22, 2019
भिलाई। केपीएस के प्रज्ञोत्सव-2019 में आज शास्त्रीय नृत्यांगनाओं ने पौराणिक कथाओं को बेहद खूबसूरती के साथ मंच पर उतारा। भरतनाट्यम एवं कूचिपुड़ी कलाकारों ने महाभारत, श्रीकृष्ण एवं शिव-शक्ति के प्रसंगों को प्रस्तुत किया। शास्त्रीय नृत्यों की आज कुल 40 प्रस्तुतियां हुर्इं जिनमें से 26 नृत्य प्रतियोगिता का हिस्सा थे। नृत्यांगनाओं ने आदि शक्ति देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की भावपूर्ण प्रस्तुतियां दीं। इसके साथ ही शिव तथा श्रीकृष्ण के विभिन्न भावों को प्रस्तुत किया।

भिलाई। केपीएस के प्रज्ञोत्सव-2019 में आज शास्त्रीय नृत्यांगनाओं ने पौराणिक कथाओं को बेहद खूबसूरती के साथ मंच पर उतारा। भरतनाट्यम एवं कूचिपुड़ी कलाकारों ने महाभारत, श्रीकृष्ण एवं शिव-शक्ति के प्रसंगों को प्रस्तुत किया। शास्त्रीय नृत्यों की आज कुल 40 प्रस्तुतियां हुर्इं जिनमें से 26 नृत्य प्रतियोगिता का हिस्सा थे। नृत्यांगनाओं ने आदि शक्ति देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की भावपूर्ण प्रस्तुतियां दीं। इसके साथ ही शिव तथा श्रीकृष्ण के विभिन्न भावों को प्रस्तुत किया। Pragyotsava-2019-01 Pragyotsava-2019-02 Pragyotsava-2019-03 Pragyotsava-2019-04 भिलाई। केपीएस के प्रज्ञोत्सव-2019 में आज शास्त्रीय नृत्यांगनाओं ने पौराणिक कथाओं को बेहद खूबसूरती के साथ मंच पर उतारा। भरतनाट्यम एवं कूचिपुड़ी कलाकारों ने महाभारत, श्रीकृष्ण एवं शिव-शक्ति के प्रसंगों को प्रस्तुत किया। शास्त्रीय नृत्यों की आज कुल 40 प्रस्तुतियां हुर्इं जिनमें से 26 नृत्य प्रतियोगिता का हिस्सा थे। नृत्यांगनाओं ने आदि शक्ति देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की भावपूर्ण प्रस्तुतियां दीं। इसके साथ ही शिव तथा श्रीकृष्ण के विभिन्न भावों को प्रस्तुत किया।श्रीकृष्ण की कथाओं पर आधारित एक नृत्य में श्रीकृष्ण अपने मित्र सुदामा को देखकर भाव विह्वल हो जाते हैं। झूले पर झूल रहे श्रीकृष्ण को जैसे ही सुदामा की आहट मिलती है वे विचलित हो जाते हैं। फिर दौड़ कर अपने मित्र को अंक में भर लेते हैं। बड़े प्रेम से उन्हें सिंहासन पर बिठाते हैं और फिर उनके पांव पखारते हैं। वे सुदामा की पोटली छीन लेते हैं और उसमें से तीन मुट्ठी अनाज अपने मुंह में डाल लेते हैं। इस तरह वे सुदामा के ऋणी हो जाते हैं। एक अन्य नृत्य में कौरव-पाण्डवों के बीच चौपड़ का खेल हो रहा है जिसमें पाण्डव सबकुछ हार जाते हैं। इसके बाद द्रौपदी को घसीटकर मंच पर लाया जाता है और फिर उसका चीर हरण करने का प्रयास किया जाता है जिसे श्रीकृष्ण विफल कर देते हैं। इसी तरह के प्रसंगों की भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने इस अंतर विद्यालयीन मंच को चार चांद लगा दिये।
Pragyotsava-2019-06 Pragyotsava-2019-08 Pragyotsava-2019-09 Pragyotsava-2019-10 Pragyotsava-2019-11 भिलाई। केपीएस के प्रज्ञोत्सव-2019 में आज शास्त्रीय नृत्यांगनाओं ने पौराणिक कथाओं को बेहद खूबसूरती के साथ मंच पर उतारा। भरतनाट्यम एवं कूचिपुड़ी कलाकारों ने महाभारत, श्रीकृष्ण एवं शिव-शक्ति के प्रसंगों को प्रस्तुत किया। शास्त्रीय नृत्यों की आज कुल 40 प्रस्तुतियां हुर्इं जिनमें से 26 नृत्य प्रतियोगिता का हिस्सा थे। नृत्यांगनाओं ने आदि शक्ति देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की भावपूर्ण प्रस्तुतियां दीं। इसके साथ ही शिव तथा श्रीकृष्ण के विभिन्न भावों को प्रस्तुत किया।प्रतियोगिता में प्रमुख रूप से नेहल तिवारी, सौम्या मेनन, प्रमिला कुमारी, मानस महतो, एमटी मृणमयी ने भरत नाट्यम एवं अलंकृता कम्बोज, वर्षा वेणुगोपाल, आशिका तथा डी मेघा ने कुचीपुड़ी की प्रस्तुतियां दीं। निर्णायक के रूप में प्रख्यात नृत्यांगना श्वेता नायक एवं खुशी जैन ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

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