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श्रीशंकराचार्य महाविद्यालय के ग्रंथालय विभाग द्वारा रंगनाथन जंयती का आयोजन

Aug 13, 2019

भिलाई। श्रीशंकराचार्य महाविद्यालय में ग्रंथालय विज्ञान के जनक डॉ. एस.आर. रंगनाथन की 127वीं जयंती के अवसर पर ग्रंथालय विभाग के द्वारा रंगनाथन जयंती समारोह का आयोजन महाविद्यालय के सभागार में किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्या एवं निदेशक डॉ. रक्षा सिंह, महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ. जे. दुर्गा. प्रसाद रॉव मंच पर आसीन थे। डॉ. रक्षा सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में जिस पेपर लेस लाइब्रेरी की कल्पना की जा रही है, छात्रों के लिए यह सुविधा लाभदायक रहेगी।भिलाई। श्रीशंकराचार्य महाविद्यालय में ग्रंथालय विज्ञान के जनक डॉ. एस.आर. रंगनाथन की 127वीं जयंती के अवसर पर ग्रंथालय विभाग के द्वारा रंगनाथन जयंती समारोह का आयोजन महाविद्यालय के सभागार में किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्या एवं निदेशक डॉ. रक्षा सिंह, महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ. जे. दुर्गा. प्रसाद रॉव मंच पर आसीन थे। डॉ. रक्षा सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में जिस पेपर लेस लाइब्रेरी की कल्पना की जा रही है, छात्रों के लिए यह सुविधा लाभदायक रहेगी। महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ. जे.दुर्गा प्रसाद रॉव ने कहा कि आज का युग सूचना विस्फोट का युग है जिसमें दिन प्रतिदिन नयी नयी पठनीय सामग्री आ रही है। डिजिटल लाइब्रेरी वर्तमान समय की मांग है।
भिलाई। श्रीशंकराचार्य महाविद्यालय में ग्रंथालय विज्ञान के जनक डॉ. एस.आर. रंगनाथन की 127वीं जयंती के अवसर पर ग्रंथालय विभाग के द्वारा रंगनाथन जयंती समारोह का आयोजन महाविद्यालय के सभागार में किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्या एवं निदेशक डॉ. रक्षा सिंह, महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ. जे. दुर्गा. प्रसाद रॉव मंच पर आसीन थे। डॉ. रक्षा सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में जिस पेपर लेस लाइब्रेरी की कल्पना की जा रही है, छात्रों के लिए यह सुविधा लाभदायक रहेगी।लाइब्रेरियन डॉ. ओ.पी. पटेल ने छात्रों को ग्रंथालय विज्ञान के जनक डॉ. रंगनाथन के जीवन से अवगत करवाते हुए जानकारी दी कि भारत के ग्रंथालय की आज के परिपेक्ष्य में जो दशा एवं दिशा है इसमें रंगनाथन जी का विशेष योगदान रहा है। वर्तमान युग को ई-संसाधनो का युग कहा जाता है और पेपरलेस ग्रंथालय की कल्पना की जा रही है। इसी तारतम्य में महाविद्यालय ग्रंथालय द्वारा सुविधाओ ंका विस्तार करते हुए हाइब्रिड लाइब्रेरी स्थापित की गयी है। जिसमें छात्रों को पुस्तकें एवं अन्य रिडिग मटेरियल भौतिक स्वरूप के साथ-साथ इलेक्ट्रानिक स्वरूप में भी उपलब्ध है।
महाविद्यालय ग्रंथालय द्वारा ई-पुस्तकों की सुविधा कापी किताब.कॉम के माध्यम से, ई-जर्नल्स पब्लिशिंग ग्रुप आॅफ इंडिया के द्वारा उपलब्ध करवाया जा रहा है। ग्रंथालय यू.जी.सी द्वारा संचालित इंफिलिबनेट-एन लिस्ट से भी कनेक्टेड है जिसके द्वारा महाविद्यालय के छात्रों को 6000 ई जर्नल, 31,35,000 ई बुक्स की सुविधा महाविद्यालय कैपस के साथ-साथ, घर मे भी 24 घंटे एक्सेस कर सकते है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु टेस्ट सीरिज भी छात्रों को आनलाइन उपलब्ध करवाया गया है। आपने आगे कहा कि महाविद्यालय ग्रंथालय आस-पास के महाविद्यालयों में ऐसा अकेला महा. है जो ई-पुस्तकें, ई-जर्नरल्स एवं इंफिलिबनेट-एन लिस्ट की सुविधा देने वाला ग्रंथालय है। आज आवश्यकता इस बात की है कि संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोग होना चाहिए।
वर्तमान समय में ग्रंथालय की उपयोगिता पर छात्रों वाहब एवं स्मृति ने अपने विचार साझा किये। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं छात्र छात्राएँ उपस्थित थे। समारोह का संचालन डॉ. ओ.पी.पटेल ने एवं प्रो. संदीप जसवंत ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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